MidReal Story

The Boy Who Dreamed To Fly

Anonymous

4d ago
Scenario: एक छोटे से गांव में, एक युवा लड़का था जिसका नाम लियो था। वह हमेशा से उड़ने का सपना देखता था। "काश, मैं भी उन पक्षियों की तरह उड़ पाता," वह अक्सर सोचता। एक दिन, जंगल में घूमते हुए, उसने एक पुराना हॉट एयर बैलून देखा। "यह तो एक खजाना है!" उसने चिल्लाया। लियो ने उस बैलून को सुधारने का निश्चय किया। उसने अपने दोस्तों को बुलाया, "क्या तुम लोग मेरी मदद करोगे?" सभी ने सहमति दी। दिन-रात मेहनत से उन्होंने बैलून को ठीक किया। अंततः, उड़ान का दिन आ गया। पूरा गांव इकट्ठा हुआ। "लियो, तुम कर सकते हो!" उसकी माँ ने चीखते हुए कहा। लियो ने बैलून में बैठकर सांस ली। "यह मेरा सपना है," उसने मन में सोचा। जैसे ही उन्होंने रस्सियों को खोला, बैलून आसमान में उठने लगा। "वाओ! देखो, लियो उड़ रहा है!" एक बच्चा चिल्लाया। लियो ने नीचे देखा, गांव के लोग ताली बजा रहे थे। "मैं उड़ रहा हूँ!" उसने खुशी से चिल्लाया। उस दिन लियो ने साबित कर दिया कि जुनून और दृढ़ता से, सबसे जंगली सपने भी सच हो सकते हैं।
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एक छोटे से गांव में, एक युवा लड़का था जिसका नाम लियो था। वह हमेशा से उड़ने का सपना देखता था। "काश, मैं भी उन पक्षियों की तरह उड़ पाता," वह अक्सर सोचता। एक दिन, जंगल में घूमते हुए, उसने एक पुराना हॉट एयर बैलून देखा। "यह तो एक खजाना है!" उसने चिल्लाया। लियो ने उस बैलून को सुधारने का निश्चय किया। उसने अपने दोस्तों को बुलाया, "क्या तुम लोग मेरी मदद करोगे?" सभी ने सहमति दी। दिन-रात मेहनत से उन्होंने बैलून को ठीक किया। अंततः, उड़ान का दिन आ गया। पूरा गांव इकट्ठा हुआ। "लियो, तुम कर सकते हो!" उसकी माँ ने चीखते हुए कहा। लियो ने बैलून में बैठकर सांस ली। "यह मेरा सपना है," उसने मन में सोचा। जैसे ही उन्होंने रस्सियों को खोला, बैलून आसमान में उठने लगा। "वाओ! देखो, लियो उड़ रहा है!" एक बच्चा चिल्लाया। लियो ने नीचे देखा, गांव के लोग ताली बजा रहे थे। "मैं उड़ रहा हूँ!" उसने खुशी से चिल्लाया। उस दिन लियो ने साबित कर दिया कि जुनून और दृढ़ता से, सबसे जंगली सपने भी सच हो सकते हैं।
"काश, मैं भी उन पक्षियों की तरह उड़ पाता," मैं अक्सर सोचता था।
मैं एक छोटे से गांव में रहता था।
मेरा नाम लियो है।
मैं हमेशा से उड़ने का सपना देखता था।
एक दिन, मैं जंगल में घूमते हुए, एक पुराना हॉट एयर बैलून देखा।
"यह तो एक खजाना है!" मैंने चिल्लाय।
"क्या यह उड़ता है?"
मैंने सोचा।
मैंने उस बैलून को सुधारने का निश्चय किया।
मैंने अपने दोस्तों को बुलाया, "क्या तुम लोग मेरी मदद करोगे?"
सभी ने सहमति दी।
दिन-रात मेहनत से उन्होंने बैलून को ठीक किया।
उन्होंने कहा, "लियो, तुम कर सकते हो।"
अंततः, उड़ान का दिन आ गया।
पूरा गांव इकट्ठा हुआ।
"लियो, तुम कर सकते हो!" मेरी माँ ने चीखते हुए कहा।
"यह तुम्हारा सपना है।"
"यह मेरा सपना है," मैंने मन में सोचा।
जैसे ही उन्होंने रस्सियों को खोला, बैलून आसमान में उठने लगा।
The Boy Who Dreamed To Fly