Scenario:तोता और खरगोश की कहानीएक घने जंगल में एक रंग-बिरंगा तोता और एक चंचल खरगोश रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनकी आदतें बिल्कुल अलग थीं। तोता हमेशा पेड़ की ऊँची टहनी पर बैठकर गाना गाता और जंगल के नए-नए किस्से सुनाता। वहीं, खरगोश जमीन पर उछल-कूद करता और अपनी तेज़ दौड़ का दिखावा करता।एक दिन, खरगोश ने तोते से कहा, "दोस्त, तुम बस पेड़ पर बैठे-बैठे गाते रहते हो। असली मज़ा तो जंगल में दौड़ने और खोज करने में है। मेरे साथ नीचे आओ, मैं तुम्हें जंगल का असली रोमांच दिखाऊँगा!"तोता हँसा और बोला, "खरगोश, तुम्हारी रफ्तार तो गज़ब की है, लेकिन मैं ऊपर से जंगल का हर कोना देख सकता हूँ। तुम मेरे साथ उड़ने की कोशिश करो, फिर देखो दुनिया कितनी खूबसूरत लगती है!"दोनों ने फैसला किया कि वे एक-दूसरे की दुनिया को आज़माएँगे। पहले, तोता नीचे उतरा और खरगोश के साथ दौड़ने की कोशिश की। लेकिन उसकी छोटी-छोटी टाँगें जल्दी थक गईं, और वह हाँफने लगा। खरगोश हँसते हुए बोला, "देखा, उड़ना आसान नहीं है, पर दौड़ना सबके बस की बात है!"फिर बारी थी खरगोश की। तोते ने उसे एक पेड़ की टहनी पर चढ़ने को कहा। खरगोश ने पूरी ताकत लगाई, लेकिन वह बार-बार फिसलकर नीचे गिर जाता। आखिरकार, वह थककर बोला, "तोता, तुम सही कहते हो। हर किसी की अपनी खासियत होती है।"दोनों दोस्त हँस पड़े और समझ गए कि अपनी-अपनी खूबियों को अपनाना ही सबसे अच्छा है। उस दिन से, तोता खरगोश को जंगल की ऊँचाइयों के किस्से सुनाता, और खरगोश उसे ज़मीन की मस्ती भरी कहानियाँ बताता। उनकी दोस्ती और मज़बूत हो गई।सीख: हर किसी की अपनी खासियत होती है। दूसरों की नकल करने की बजाय, हमें अपनी ताकत को अपनाना चाहिए।
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तोता और खरगोश की कहानीएक घने जंगल में एक रंग-बिरंगा तोता और एक चंचल खरगोश रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनकी आदतें बिल्कुल अलग थीं। तोता हमेशा पेड़ की ऊँची टहनी पर बैठकर गाना गाता और जंगल के नए-नए किस्से सुनाता। वहीं, खरगोश जमीन पर उछल-कूद करता और अपनी तेज़ दौड़ का दिखावा करता।एक दिन, खरगोश ने तोते से कहा, "दोस्त, तुम बस पेड़ पर बैठे-बैठे गाते रहते हो। असली मज़ा तो जंगल में दौड़ने और खोज करने में है। मेरे साथ नीचे आओ, मैं तुम्हें जंगल का असली रोमांच दिखाऊँगा!"तोता हँसा और बोला, "खरगोश, तुम्हारी रफ्तार तो गज़ब की है, लेकिन मैं ऊपर से जंगल का हर कोना देख सकता हूँ। तुम मेरे साथ उड़ने की कोशिश करो, फिर देखो दुनिया कितनी खूबसूरत लगती है!"दोनों ने फैसला किया कि वे एक-दूसरे की दुनिया को आज़माएँगे। पहले, तोता नीचे उतरा और खरगोश के साथ दौड़ने की कोशिश की। लेकिन उसकी छोटी-छोटी टाँगें जल्दी थक गईं, और वह हाँफने लगा। खरगोश हँसते हुए बोला, "देखा, उड़ना आसान नहीं है, पर दौड़ना सबके बस की बात है!"फिर बारी थी खरगोश की। तोते ने उसे एक पेड़ की टहनी पर चढ़ने को कहा। खरगोश ने पूरी ताकत लगाई, लेकिन वह बार-बार फिसलकर नीचे गिर जाता। आखिरकार, वह थककर बोला, "तोता, तुम सही कहते हो। हर किसी की अपनी खासियत होती है।"दोनों दोस्त हँस पड़े और समझ गए कि अपनी-अपनी खूबियों को अपनाना ही सबसे अच्छा है। उस दिन से, तोता खरगोश को जंगल की ऊँचाइयों के किस्से सुनाता, और खरगोश उसे ज़मीन की मस्ती भरी कहानियाँ बताता। उनकी दोस्ती और मज़बूत हो गई।सीख: हर किसी की अपनी खासियत होती है। दूसरों की नकल करने की बजाय, हमें अपनी ताकत को अपनाना चाहिए।
तोता
He is a gentle bird who loves to sing from high branches. He is curious,friendly,and adventurous. एक दिन खरगोश ने तोते को जंगल के नएनए किस्से सुनने के लिए आमंत्रित किया। तोता ने खरगोश के साथ नीचे उतरकर दौड़ने की कोशिश की,लेकिन जल्दी थक गया। खरगोश ने उसे पेड़ पर चढ़ने का सुझाव दिया,और तोता ने उसे पेड़ पर चढ़ना सीखा।
खरगोश
He is a quick and agile rabbit who loves to explore the jungle. He is energetic,humorous,and adventurous. एक दिन तोते ने खरगोश को जंगल की नईनई खोजेंस सुनने के लिए आमंत्रित किया। खरगोश ने तोते को जमीन पर दौड़ने का सुझाव दिया,और तोता ने उसे पेड़ पर चढ़ना सीखवा। खरगोश ने उसे पेड़ पर चढ़ना भी सिखाया।
दोस्ती
He is a young monkey who loves to play and climb trees. He is playful,brave,and friendly. एक दिन तोता और खरगोश ने,दोस्ती को जंगल में खेलनेखेलावाना था। वह उन्हें पेड़ पर चढ़ना और जमीन पर दौड़ना सिखाना चाहता था। वह उनकी दोस्ती में बढ़ती हुई खुशबू और सहानुभूति से,उन्हें अपनी खासियतों को समझना चाहता था।
एक घने जंगल में एक रंग-बिरंगा तोता और एक चंचल खरगोश रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन उनकी आदतें बिल्कुल अलग थीं। तोता पेड़ की ऊँची टहनी पर बैठकर गाना गाता और जंगल के नए-नए किस्से सुनाता, वहीं खरगोश जमीन पर उछल-कूद करता और अपनी तेज़ दौड़ का दिखावा करता।
एक दिन, खरगोश ने तोते से कहा, "दोस्त, तुम बस पेड़ पर बैठे-बैठे गाते रहते हो। असली मज़ा तो जंगल में दौड़ने और खोज करने में है। मेरे साथ नीचे आओ, मैं तुम्हें जंगल का असली रोमांच दिखाऊँगा!"
तोता हँसा और बोला, "खरगोश, तुम्हारी रफ्तार तो गज़ब की है, लेकिन मैं ऊपर से जंगल का हर कोना देख सकता हूँ। तुम मेरे साथ उड़ने की कोशिश करो, फिर देखो दुनिया कितनी खूबसूरत लगती है!"
दोनों ने फैसला किया कि वे एक-दूसरे की दुनिया को आज़माएँगे। पहले, तोता नीचे उतरा और खरगोश के साथ दौड़ने की कोशिश की। लेकिन उसकी छोटी-छोटी टाँगें जल्दी थक गईं, और वह हाँफने लगा।
"मैं नहीं कर पाऊँगा, दोस्त! मुझसे तो इतनी तेज़ दौड़ नहीं हो पाएगी।"
खरगोश हँसते हुए बोला, "अरे, जरा मुझसे भी तेज़ दौड़ लगाई न? अब तो मुझसे भी नहीं हो पाएगी।"
तोता बोला, "कोई बात नहीं, मैं भी थक गया।"
फिर बारी थी खरगोश की। तोते ने उसे एक पेड़ की टहनी पर चढ़ने को कहा। खरगोश ने पूरी ताकत लगाई, लेकिन वह बार-बार फिसलकर नीचे गिर जाता। आखिरकार, वह थककर बोला, "तोता, तुम सही कहते हो। हर किसी की अपनी खासियत होती है।"
मैं एक नीचे की टहनी पर कूदता हूँ और अपने थके हुए दोस्त को देखता हूँ।
उसका बाल बिखरा हुआ है और पेड़ की खुरदरी छाल से उसके पंजों पर छोटे-छोटे खरोंच लग गए हैं।
उसकी मेहनत देखकर मुझे थोड़ा गिल्ट फील होता है।
मैं अपना गला साफ करता हूँ और एक धीरे-धीरे गाने लगता हूँ—एक पुराना लोरी जो मेरी माँ ने मुझे सिखाया था।
गाने के बोल जंगल की धाराओं और शाम की हवाओं के बारे में थे।
जैसे ही मैं गाता हूँ, खरगोश के तनावग्रस्त कंधे ढीले पड़ने लगते हैं।
वह पेड़ के तने के खिलाफ बैठ जाता है, उसकी आँखें आधी बंद हो जाती हैं, और वह मेरी आवाज़ को अपने ऊपर धीरे-धीरे बहने देता है।
उसकी सांसें स्थिर हो जाती हैं और उसके चेहरे पर एक शांत मुस्कान फैल जाती है।
जैसे ही खरगोश के नीचे पेड़ के नीचे झपकी आती है, मैं ऊपर देखता हूँ और देखता हूँ कि आसमान में धीरे-धीरे गहरे बादल जमने लगे हैं।
एक ठंडी हवा चलती है और पहली बूंदें गिरने लगती हैं।
मैं जल्दी से नीचे कूदता हूँ और खरगोश को धीरे से कंधे पर टैप करता हूँ।
"हमें आश्रय लेने की जरूरत है," मैं उसे जगाता हूँ।
खरगोश अपनी आँखें झपकाता है और अपने खरोंच वाले पंजों को फैलाता है।
वह कराहता है और उठने की कोशिश करता है।
मैं उसकी मदद करने के लिए उसकी ओर बढ़ता हूँ, लेकिन वह मुझे रोकता है और अपनी गति से उठने की कोशिश करता है।
"मैं ठीक हूँ, बस थोड़ा दर्द," वह मुस्कुराता है और अपनी गति से खड़ा हो जाता है।
मैं उसकी आँखों में चिंता देखता हूँ, लेकिन वह इसे छिपाने की कोशिश करता है।
मैं एक पास के खोखले लॉग को देखता हूँ, जो हमारी रक्षा कर सकता है।
"यहाँ," मैं उस पर इशारा करता हूँ, "यहाँ हमारी रक्षा करेगा।"
खरगोश मुस्कुराता है और मेरी ओर बढ़ता है, लंगड़ाता हुआ।
मैं उसकी गति से तालमेल बिाता हूँ, उसे सहारा देता हूँ।
हम लॉग तक पहुँच जाते हैं और अंदर घुस जाते हैं।